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आपको पता ही होगा की आजकल के टाइम मे पेट में पथरी की समस्या भड़ती जा रही है। (Pet Me Pathri Ke Lakshan) आपको बता दे की यह पथरी हमारे शरीर में बनने वाले एक ठोस पदार्थ है। जो की धीरे-धीरे से छोटे या बड़े आकार लेते हैं तथा यह दर्द या अन्य समस्याएं कर सकते हैं। यह पेट में दो प्रकार की पथरी पाई जाती हैं जैसे. गॉलब्लैडर यानि के (पित्ताशय) की पथरी तथा किडनी (गुर्दे) की पथरी। अगर समय पर इसके लक्षणों को पहचानकर इलाज नहीं किया जाए तो बता दे की यह समस्या गंभीर भी हो सकती है। तो आज हम इस लेख मे इस लेख मे पथरी के लक्षण तथा इसके कारण, इलाज और बचाव के बारे मे बात करेंगे।

Pet Me Pathri Ke Lakshan-पहले पेट में पथरी के प्रकार जानेगे।
आपको बता दे की पेट में पथरी मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है जैसे की 1. गॉलब्लैडर (पित्ताशय) की पथरी 2. किडनी (गुर्दे)
- गॉलब्लैडर (पित्ताशय)
आपको बता दे की गॉलब्लैडर यानी पित्ताशय हमारे शरीर में पित्त जमा करने का कार्य करता है जो की हमारे पाचन प्रक्रिया में मदद भी करता है। तथा जब इसमें कोलेस्ट्रॉल तथा बिलीरुबिन या कैल्शियम की मात्रा बढ़ती है, तो बता दे की कठोर कण बन जाते हैं तथा जिन्हें पित्त की पथरी भी कहा जाता है।
- किडनी (गुर्दे) की पथरी
अगर आपको पता ना हो तो बता दे की किडनी का काम हमारे शरीर से अवांछित यानि की खराब पदार्थों को बाहर निकालना होता है। तथा जब यूरिन में कैल्शियम, ऑक्सलेट और यूरिक एसिड की मात्रा अधिकता हो जाती है, तो बता दे की यह छोटे-छोटे क्रिस्टल के रूप में जमा होकर गुर्दे की पथरी का निर्माण करते हैं। जिसे हम आम भाषा मे पथरी कहते है।
Pet Me Pathri Ke Lakshan-पेट में पथरी के लक्षण
- गॉलब्लैडर पथरी के लक्षण
हमारे पेट तेज दर्द होना: बता दे की यह दर्द पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में होता है तथा कुछ घंटों तक बना रह सकता है।
खाने के बाद असहजता होना: बता दे खासतौर पर तैलीय या भारी भोजन करने के बाद अधिक परेशानी होती है।
उल्टी और मतली होना: हमारे पाचन तंत्र पर दबाव बढ़ने के कारण उल्टी तथा मतली महसूस हो सकती है।
पीलिया होना: अगर पथरी हमारी पित्त नली को ब्लॉक कर देती है तो हमारी त्वचा और आंखें पीली पड़ सकती हैं।
- किडनी स्टोन के लक्षण
हमारे पीठ और पेट में असहनीय दर्द होना: बता दे यह दर्द आमतौर पर हमारी पीठ के निचले हिस्से से पेट और जांघों तक फैलता है।
हमारे पेशाब में जलन और खून आना: अगर पेशाब करते समय जलन महसूस होना तथा लाल-भूरे रंग का पेशाब आना पथरी का संकेत भी हो सकता है।
ज़ब बार-बार पेशाब आना: बता दे लेकिन कई बार बहुत कम मात्रा में पेशाब आता है।
हमें उल्टी और जी मिचलाना: बता दे की जब पथरी मूत्र मार्ग में अटक जाती है, तो मतली और उल्टी की समस्या भी हो सकती है।
Pet Me Pathri Ke Lakshan-पेट में पथरी होने के कारण
- गॉलब्लैडर पथरी के कारण
ज़ब हम अधिक कोलेस्ट्रॉल वाला आहार लेते है: तैलीय और वसायुक्त भोजन का अधिक सेवन करना।
पाचन तंत्र की गड़बड़ी होना: बता दे की सही तरीके से पित्त न निकल पाने के कारण पथरी भी बन सकती है।
मोटापा: हमारा वजन अधिक होने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है।
डायबिटीज: आपको बता दे की मधुमेह के मरीजों को गॉलब्लैडर स्टोन होने का खतरा भी अधिक होता है।
- किडनी स्टोन के कारण
कम पानी पीना: आपको बता दे की हमारे शरीर में पानी की कमी होने से यूरिन में मौजूद खनिज क्रिस्टल बनकर पथरी भी बना सकते हैं।
ज्यादा ऑक्सलेट युक्त भोजन लेना: जैसे की पालक, चाय, चॉकलेट और ड्राई फ्रूट्स जैसे ऑक्सलेट-युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करना।
अधिक नमक और प्रोटीन लेना: हमें ज्यादा प्रोटीन तथा नमक लेने से कैल्शियम यूरिन में जमा होकर पथरी का कारण बनता है।
अनुवांशिकता: आपको बता दे की अगर परिवार में किसी को पथरी की समस्या रही है, तो इसका खतरा बढ़ भी जाता है।
Pet Me Pathri Ke Lakshan-पेट में पथरी की जांच
- अल्ट्रासाउंड
जी हाँ यह सबसे सामान्य तरीका है जिससे डॉक्टर पेट में पथरी का पता लगाते हैं।
- सीटी स्कैन
आपको बता दे की इसका उपयोग किडनी स्टोन की सटीक लोकेशन जानने के लिए किया जाता है।
- ब्लड और यूरिन टेस्ट
जी हाँ ब्लड टेस्ट से शरीर में कैल्शियम तथा यूरिक एसिड और बिलीरुबिन के स्तर का पता चलता है।
Pet Me Pathri Ke Lakshan-पेट में पथरी का इलाज
- दवाइयों से इलाज
बता दे यदि हमारी पथरी छोटी होती है, तो डॉक्टर दवाइयों से उसे गलाने की पूरी कोशिश करते हैं।
- लिथोट्रिप्सी
आपको बता दे की लिथोट्रिप्सी मे हाई-फ्रीक्वेंसी वाली तरंगों से पथरी को तोड़ा जाता है क्युकी वह छोटे-छोटे टुकड़ों में बंटकर आसानी से बाहर निकल सकते है।
- एंडोस्कोपिक सर्जरी
यदि हमारी पथरी ज्यादा बड़ी हो जाती है, तो इसे निकालने के लिए एंडोस्कोपिक सर्जरी भी की जाती है।
- ओपन सर्जरी
आपको बता दे की यह तरीका तब अपनाया जाता है जब हमारी पथरी बहुत बड़ी होती है तथा अन्य उपचार असफल हो जाते हैं।
Pet Me Pathri Ke Lakshan-पथरी से बचाव के उपाय
- ज्यादा पानी पिएं
बता दे हमें रोजाना 8-10 गिलास पानी पीने से हमारे शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।
- संतुलित आहार लें
हमें ऑक्सलेट और कोलेस्ट्रॉल युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए। तथा फाइबर युक्त आहार को अपने डाइट में शामिल करें।
- ज्यादा नमक और प्रोटीन से बचें
हमें ज़्यदा नमक तथा रेड मीट का सेवन करने से हमारी किडनी में पथरी बनने का खतरा बहुत बढ़ जाता है।
- वजन नियंत्रित रखें
तथा मोटापा बढ़ने से गॉलब्लैडर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है, जिससे हमारी पथरी बनने की संभावना रहती है।
Pet Me Pathri Ke Lakshan-निष्कर्ष
आपको पता चल ही गया होगा की पेट में पथरी होने की समस्या गंभीर भी हो सकती है यदि इसे समय पर लक्षणों को पहचानकर इसका इलाज भी किया जा सकता है। हमें संतुलित आहार, अधिक पानी पीना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है।