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बता दे की (Gurde Mein Pathri Kaise Banti Hai) आपको पता ही होगा की गुर्दे हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग हैं जो की हमारे रक्त को फ़िल्टर करके जैसे की विषैले पदार्थों और अपशिष्ट को मूत्र के रास्ते से बाहर निकालने का काम करते हैं। लेकिन जब भी हमारे शरीर में कुछ विशेष तत्वों की अधिकता हो जाती है तथा ज़ब पानी की कमी होती है तो ये तत्व क्रिस्टल बनाकर हमारे गुर्दे में जमा होने लगते हैं जिससे की पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है। बता दे यह समस्या बहुत ही आम है, तथा सही समय पर इसका ध्यान न देने पर यह गंभीर भी हो सकती है। तो आज हम इस लेख में जानेंगे कि गुर्दे में पथरी कैसे बनती है, इसके कारण क्या है।

Gurde Mein Pathri Kaise Banti Hai-गुर्दे में पथरी क्यों होती है।
जी हाँ हमारे गुर्दे में पथरी छोटे-छोटे ठोस खनिजों तथा लवणों का जमाव होती है। जो की धीरे-धीरे बढ़कर एक कठोर संरचना में बदल जाती है। और यह पत्थर कैल्शियम तथा यूरिक एसिड, ऑक्सलेट और अन्य खनिजों से बन सकते हैं। बता दे की जब ये पथरियाँ मूत्र मार्ग में अवरोध उत्पन्न करने लगती हैं तब व्यक्ति को असहनीय दर्द होता है तथा अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
गुर्दे में पथरी बनने के कारण
आपको बता दे की गुर्दे में पथरी बनने के कई कारण भी हो सकते हैं। जैसे की?
- पानी की कमी
बता दे अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं तो हमारे शरीर में मौजूद खनिज तथा लवण घुल नहीं पाते और वे गुर्दे में जमने लगते हैं जिससे की पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है।
- भोजन और जीवनशैली
आपको बता दे की भोजन का भी बहुत बड़ा रोल है जैसे की ऑक्सलेट युक्त आहार जैसे पालक तथा टमाटर हुवा चाय, चॉकलेट, और सूखे मेवे अधिक खाने से पथरी बनती है।
तथा अधिक मात्रा में नमक लेना तथा प्रोटीन का ज़्यदा सेवन करना हमारे मूत्र में कैल्शियम और अन्य तत्वों की अधिकता को बढ़ाता है, जिससे पथरी बनने लगती है। तथा ज़ब हम अत्यधिक जंक फूड और कैफीन का सेवन करने लगते है यह भी इसका एक कारण हो सकता है।
- आनुवंशिक कारण
बता दे की यदि आपके परिवार में किसी को भी पहले से किडनी स्टोन की समस्या हो रही है तो आपकी भी इस समस्या से ग्रस्त होने की संभावना बढ़ सकती है।
- कुछ मेडिकल कंडीशंस
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन : बता दे की बार-बार पेशाब में संक्रमण होने से भी पथरी बनने की संभावना बढ़ सकती है।
हाइपरपराथायरायडिज्म: आपको बता दे की यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें हमारे शरीर में कैल्शियम की अधिकता हो जाती है जिससे पथरी भी बनने लगती है।
मेटाबोलिक सिंड्रोम: आपको बता दे की यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें हमारे शरीर में शुगर और फैट का असंतुलन रहता है जो की पथरी के खतरे को बढ़ा सकता है।
गुर्दे में पथरी बनने की प्रक्रिया
- खनिजों और लवणों का जमाव होना: आपको बता दे की जब हमारे मूत्र में कुछ तत्वों जैसे कि कैल्शियम ऑक्सलेट और यूरिक एसिड की मात्रा अधिक हो जाती है, तो यह धीरे-धीरे जमा होने लगते हैं।
- क्रिस्टल निर्माण: बता दे की ये तत्व आपस में मिलकर छोटे-छोटे क्रिस्टल्स बनाते हैं।
- क्रिस्टल्स का बढ़ना: बता दे की जब हमारे शरीर में पानी की कमी होती है, तो ये क्रिस्टल्स गुर्दे में चिपक कर बड़े पत्थरों का रूप ले लेते हैं जिसे हम आम भाषा मे पथरी कहते है।
- मूत्र मार्ग में अवरोध: बता दे की जब पथरी बड़ी हो जाती है तो यह हमारे मूत्र के प्रवाह को रोक सकती है जिससे की हमारे दर्द और संक्रमण जैसी समस्याएँ भी उत्पन्न हो सकती हैं।
गुर्दे की पथरी के प्रकार
- कैल्शियम ऑक्सलेट पथरी
आपको बता दे की कैल्शियम ऑक्सलेट पथरी यह सबसे आम प्रकार की पथरी होती है जो की अधिकतर कैल्शियम और ऑक्सलेट के जमाव से बनती है।
- यूरिक एसिड पथरी
जी हाँ यूरिक एसिड पथरी यह उन लोगों में अधिक पाई जाती है, जो अधिक मात्रा में मांस तथा मछली और सीफूड का सेवन करते हैं।
- स्ट्रूवाइट पथरी
जी बता दे यह आमतौर पर मूत्र मार्ग के संक्रमण (UTI) के कारण बनती है तथा तेजी से बढ़ सकती है।
- सिस्टीन पथरी
आपको बता दे की यह एक दुर्लभ प्रकार की पथरी होती है जो की मुख्य रूप से अनुवांशिक कारणों से बनती है।
- पथरी के लक्षण
ज़ब हमारे पीठ तथा पेट या कमर में तेज दर्द होता है
ज़ब हमें पेशाब में जलन और खून आने लगता है।
ज़ब हमें बार-बार पेशाब आता है।
ज़ब हमें मतली और उल्टी होती है।
हमें ज़ब बुखार और ठंड लगने लगती है (संक्रमण होने पर)
गुर्दे की पथरी से बचाव
- अधिक मात्रा में पानी पिएं
बता दे की हमें दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए क्युकी गुर्दे से विषैले पदार्थ आसानी से बाहर निकल सके।
- संतुलित आहार लें
हमें पालक तथा टमाटर चाय और चॉकलेट जैसी ऑक्सलेट युक्त चीजों का कम सेवन करना चाहिए।
हमें कम नमक लेना चाहिए और कम प्रोटीन वाला आहार लेना चाहिए।
- शारीरिक सक्रियता बनाए रखें
आपको बता दे की हमें नियमित व्यायाम तथा फिजिकल एक्टिविटी से शरीर में कैल्शियम तथा अन्य तत्वों का संतुलन बना रहता है जिससे की हमारे पथरी बनने की संभावना कम होती है।
- समय-समय पर चेकअप कराएं
बता दे यदि आपको पहले से पथरी की समस्या रही है तो समय-समय पर डॉक्टर से परामर्श लेते रहें और जरूरी जांच करवा लेनी चाहिए।
गुर्दे की पथरी का इलाज
बता दे की यदि पथरी छोटी है तो यह प्राकृतिक रूप से मूत्र के जरिए बाहर भी निकल सकती है। लेकिन आपको बता दे की बड़ी पथरी के लिए निम्नलिखित उपचार किए जाते हैं।
- दवाइयाँ और चिकित्सा उपचार
हमें डॉक्टर कुछ दर्द निवारक तथा मूत्र बढ़ाने वाली दवाइयाँ लिख सकते हैं, जिससे पथरी आसानी से बाहर निकल सकती है।
- सर्जरी
बता दे की यदि पथरी बहुत बड़ी है तो इसे निकालने के लिए सर्जरी भी की जाती है।
निष्कर्ष
आपको पता चल ही गया होगा की गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है लेकिन बता दे की इसे सही आहार भरपूर पानी पीने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से रोका भी जा सकता है। अगर आपको गुर्दे की पथरी के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।